यह कोई बहुत व्याकुल कर देने वाली
जैसे युद्ध के दिनों की नींद है
देखना-
जैसे हहराकर वेग से बहती हुई नदी को
जैसे समुद्र पार करने की इच्छा से भरी
चिड़ियों का थक कर अथाह जल राशि में
समाने के पहले की अनुभूति
यह उम्र बढ़ती जा रही है
घट रहा है हमारे भीतर आवेग
मिट रही हैं स्मृतियाँ उसी गति में
मेरी व्याकुलता
जैसे लड़ाई के दिनों में एक सैनिक का
परिवार को लिखा पत्र
और उसके लक्ष्य तक नहीं पहुँच पाने की पीड़ा में
घुला जीवन!
बहुत धीरे- धीरे व्यतीत हो रहा है यह समय
हमारे ही बुने जाल में
बड़े कौशल से उलझ गयी है हमारी नींद
जैसे
मैं किसी सौदे में व्यस्त हूँ
और खिड़की से बाहर कोई रेल मेरी नींद में
धड़धडाती हुई गुज़र रही है रोज़ !
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SLUMBER
As if it’s a slumber
From the warring days
Leaving one deep in anxiety
As if it’s a vigil on the river
As it roars away
In fury
As if it's the moment before
The plunge into endless waters
By the sparrows
Tired beyond their will
To get across the sea
Years grow on us
And some passion within ebbs
Memories dying along the way
One’s anxiety -
As if its a lifetime suffered
In a letter from the battlefield
That never arrived
Slow moves the time
And our slumber gets enmeshed
Skilfully
Into a web we’ve made ourselves
It’s as if in the thick of a deal
A train rattles past my window
Into my dream
Everyday
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Translated from Hindi by Girdhar Rathi
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चित्र गुगल सर्च इंजन से साभार
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